Narendra Modi in Maldives: 60वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ पर भारत-मालदीव रिश्तों पर दिया बड़ा बयान,मालदीव की आज़ादी का हीरक जयंती समारोह,PM मोदी का बड़ा बयान,भारत-मालदीव के बीच मजबूत संबंध,PM Modi का दौरा क्यों है खास?
मालदीव/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदीव की 60वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि (Guest of Honour) शिरकत की। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में उन्होंने भारत और मालदीव के मजबूत और ऐतिहासिक रिश्तों को लेकर एक बड़ा बयान दिया, जो दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है।
मालदीव की आज़ादी का हीरक जयंती समारोह
मालदीव ने 26 जुलाई 2025 को अपनी स्वतंत्रता के 60 साल पूरे किए। इस मौके पर आयोजित भव्य समारोह में विश्व के कई देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए, लेकिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया जाना भारत-मालदीव के मजबूत रिश्तों का प्रतीक बना।

PM मोदी का बड़ा बयान:
“भारत और मालदीव सिर्फ समुद्र से जुड़े नहीं, हम संस्कृतियों, परंपराओं और विश्वास से भी गहराई से जुड़े हैं। आने वाले वर्षों में हम मिलकर क्षेत्रीय सुरक्षा, ब्लू इकॉनॉमी और टूरिज्म को नई ऊंचाई देंगे।”
भारत-मालदीव के बीच मजबूत संबंध
स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप: दोनों देश हिंद महासागर क्षेत्र की सुरक्षा के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास: भारत ने मालदीव में कई परियोजनाओं में निवेश किया है, जैसे सड़क, बंदरगाह और जल परियोजनाएं।
स्वास्थ्य और शिक्षा: भारत द्वारा मालदीव को मेडिकल सपोर्ट, छात्रवृत्ति और कोविड वैक्सीन सप्लाई जैसे क्षेत्रों में निरंतर सहयोग मिलता रहा है।

PM Modi का दौरा क्यों है खास?
यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब हिंद महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों पर चिंता बढ़ रही है।
पीएम मोदी का यह दौरा दोनों देशों के बीच कूटनीतिक विश्वास और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करता है।
उन्होंने कहा कि भारत हमेशा “Neighbourhood First” की नीति के तहत मालदीव के साथ खड़ा रहेगा।