रिलायंस इंडस्ट्रीज का सकल कर्ज FY25 में 7% बढ़कर 3.47 लाख करोड़ रुपये पहुंचा: नेट डेब्ट 1.17 लाख करोड़ पर स्थिर
भारत की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर महत्वपूर्ण अपडेट जारी किया है। कंपनी का सकल कर्ज 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 3.47 लाख करोड़ रुपये (करीब 40.7 अरब अमेरिकी डॉलर) पर पहुंच गया है। वहीं, नेट डेब्ट का आंकड़ा 1.17 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया है। यह जानकारी कंपनी की हालिया रिपोर्ट से सामने आई है, जो निवेशकों और बाजार विश्लेषकों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की वित्तीय यात्रा: एक नजर
रिलायंस इंडस्ट्रीज, मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली यह कंपनी, तेल से लेकर टेलीकॉम और रिटेल तक विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मजबूत मौजूदगी के लिए जानी जाती है। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का सकल कर्ज 3.24 लाख करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 3.47 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह वृद्धि मुख्य रूप से कंपनी के विस्तार योजनाओं, जैसे कि जियो प्लेटफॉर्म्स और रिटेल सेगमेंट में निवेश के कारण हुई है। हालांकि, नेट डेब्ट में स्थिरता बनी हुई है, जो कंपनी की मजबूत नकदी प्रवाह और संपत्ति प्रबंधन को दर्शाती है।
विश्लेषकों का मानना है कि यह कर्ज वृद्धि कंपनी की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का हिस्सा है, जैसे कि ग्रीन एनर्जी और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन। रिलायंस ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशंस पर फोकस कर रही है, जिसके लिए बड़े निवेश की जरूरत है। लेकिन, नेट डेब्ट का कम स्तर कंपनी की वित्तीय सेहत को मजबूत बनाए रखता है, क्योंकि इसमें कैश रिजर्व को घटाकर कैलकुलेट किया जाता है।

क्या हैं सकल कर्ज और नेट डेब्ट के मायने?
- सकल कर्ज (Gross Debt): यह कंपनी के कुल उधार का आंकड़ा होता है, जिसमें सभी प्रकार के लोन, बॉन्ड्स और अन्य वित्तीय दायित्व शामिल होते हैं। FY25 में रिलायंस का सकल कर्ज 7% बढ़ा है, जो पिछले साल के 3.24 लाख करोड़ से 3.47 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
- नेट डेब्ट (Net Debt): यह सकल कर्ज से कंपनी के पास उपलब्ध नकदी और कैश इक्विवेलेंट को घटाकर निकाला जाता है। रिलायंस के मामले में यह 1.17 लाख करोड़ रुपये है, जो कंपनी की अच्छी लिक्विडिटी को दिखाता है।
यह आंकड़े कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट से लिए गए हैं, जो निवेशकों को कंपनी की बैलेंस शीट की स्पष्ट तस्वीर देते हैं। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, रिलायंस की यह स्थिति सामान्य है, क्योंकि कंपनी तेजी से बढ़ रही है और नए क्षेत्रों में कदम रख रही है।

बाजार पर प्रभाव और भविष्य की संभावनाएं
शेयर बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों पर इस खबर का मिश्रित असर देखा जा सकता है। एक तरफ, कर्ज में वृद्धि से कुछ निवेशक चिंतित हो सकते हैं, लेकिन नेट डेब्ट का नियंत्रित स्तर सकारात्मक संकेत देता है। कंपनी ने FY25 में भी मजबूत राजस्व वृद्धि की उम्मीद जताई है, खासकर जियो और रिलायंस रिटेल से।
अगर आप रिलायंस इंडस्ट्रीज में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इन आंकड़ों को ध्यान में रखें। कंपनी की रणनीति हमेशा लंबी अवधि की विकास पर केंद्रित रही है, और यह कर्ज वृद्धि भी उसी का हिस्सा लगती है। अधिक जानकारी के लिए कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग्स चेक करें।
यह रिपोर्ट पूरी तरह से नवीनतम उपलब्ध डेटा पर आधारित है और बाजार की गतिशीलता को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज कर्ज, FY25 वित्तीय अपडेट, और नेट डेब्ट जैसे कीवर्ड्स से जुड़ी खबरें ट्रैक करने के लिए हमारे साथ बने रहें!